तेरी वीरान सी रातों को सजाया हमने
मेरी रातों में जलाए तेरे जलवों ने चराग़
तेरी रातों के लिए दिल को जलाया हमने
ये तेरे गर्म से लब, ये तेरे जलते रुखसार
ये तेरे गर्म से लब, ये तेरे जलते रुखसार
देख हमको के बनाया है इन्हें दिल का क़रार
कैसे अंगारों को सीने से लगाया हमने
तेरी रातों के लिए दिल को जलाया हमने
हम ने हर दिल को सिखाया है धड़कने का चलन
हम ने हर दिल को सिखाया है धड़कने का चलन
देके उल्फत की तड़प, देके मोहब्बत की जलन
तुझसे दीवाने को इंसान बनाया हमने
तेरी वीरान सी रातों को सजाया हमने
सीख ले रस्म-ए-वफ़ा हुस्न भी दीवानों से
सीख ले रस्म-ए-वफ़ा हुस्न भी दीवानों से
दास्तान अपनी भारी है इन्ही अफ़सानों से
रख दिया सर को जहाँ फिर ना उठाया हमने
तेरी रातों के लिए दिल को जलाया हमने
ज़ुल्फ़ की छाओं में चेहरे का उजाला लेकर
तेरी वीरान सी रातों को सजाया हमने
मेरी रातों में जलाए तेरे जलवों ने चराग़
तेरी रातों के लिए दिल को जलाया हमने
तेरी रातों के लिए दिल को जलाया हमने.
Hindi Film: Phir Wohi Dil Laya Hoon , 1963
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